हम इस तरह हारेंगे कि तà¥à¤® जीत कर पछताओगे
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बार–बार टूटने के बाद, अब à¤à¥€ मà¥à¤à¤®à¥‡à¤‚ है हिमà¥à¤®à¤¤ संà¤à¤²à¤¨à¥‡ की
अपने मंजिलें à¤à¤¸à¥€ चà¥à¤¨à¥‹ कि किसी के हौसले की जरूरत ना पड़े,
बाज़ की उड़ान में कà¤à¥€ आवाज़ नहीं होती.........!!
हां नहीं खबर में और अधिक सà¥à¤§à¤¾à¤° की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है?
मंजिल ही इतनी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° हो, की हौसले à¤à¥€ वह पहà¥à¤‚चने में आपको खà¥à¤¦ मदद करे
बड़ी मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² से सीखा है मैंने अलविदा कहना
समय से पहले समापà¥à¤¤ हà¥à¤† संसद का शीत सतà¥à¤° तो बोलीं जया बचà¥à¤šà¤¨- आतà¥à¤®à¤•à¤¥à¤¾ में लिखूंगी
लोगों को सिखा देंगे मोहबà¥à¤¬à¤¤ à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥€ होती है
जिंदगी में आगे हौसले बà¥à¤²à¤‚द शायरी बढ़ने के लिठशायरी
लफ़à¥à¥› कागज पर उतारने से महबूब नहीं लौटा करते
बिगाड़ के रख देती है ज़िनà¥à¤¦à¤—ी का चेहरा
जखà¥à¤® तो हम à¤à¥€ अपने दिल में तà¥à¤®à¤¸à¥‡ गहरे रखते हैं